पांच महीने बाद दिल्ली मेट्रो सेवा का संचालन फिर से शुरू
नई दिल्ली, 7 सितंबर (आईएएनएस)। कोरोनावायरस महामारी के कारण पांच महीने से बंद रही राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र की लाइफलाइन दिल्ली मेट्रो सेवा सोमवार को फिर से शुरू हुई।
इसके तहत कुल 37 स्टेशनों में 20 अंडरग्राउंड और 17 एलिवेटेड स्टेशनों वाली यलो लाइन मेट्रो जो 49 किलोमीटर की दूरी तय करती है, दो दिनों के लिए सुबह 4 बजे से सुबह 11 बजे तक और शाम को 4 बजे से रात 8 बजे तक ही चालू रहेगी।
डीएमआरसी के कार्यकारी निदेशक अनुज दयाल के अनुसार, मेट्रो परिसर में कोविड-19 प्रसार की जांच करने के बाद अगले पांच दिनों में बाकी सभी लाइनों को सभी सुरक्षात्मक उपायों के साथ चालू किया जाएगा। इसमें सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क और हाथों को सैनिटाइज हर एक के लिए अनिवार्य होगा।
जबकि राजधानी में वायरस के संक्रमण की दूसरी लहर देखी जा रही है इसके बाद भी सरकार ने अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए मेट्रो रेल सेवा फिर से शुरू करने की अनुमति दी है।
हालांकि, कई विशेषज्ञों का मानना है कि मेट्रो सेवा फिर से करने से कोरोनावायरस का संक्रमण बढ़ेगा लेकिन सरकार ने इस बात पर जोर दिया है कि जीवन और आजीविका दोनों महत्वपूर्ण है।
वहीं मेट्रो में यात्रा करने वाले सभी यात्रियों के लिए आरोग्य सेतु ऐप का उपयोग करने की सलाह दी गई है। साथ ही हर यात्री की मेट्रो स्टेशनों के प्रवेश द्वार पर थर्मल स्क्रीनिंग की जाएगी। जिन यात्रियों के शरीर का तापमान तय मानदंडों से अधिक पाया जाएगा, उन्हें यात्रा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। साथ ही उन्हें नजदीकी चिकित्सा केन्द्र में जाने का निर्देश दिया जाएगा।
इसी तरह लिफ्ट का उपयोग करने के लिए एक बार में केवल 2 से 3 व्यक्तियों की ही अनुमति होगी। कोरोना प्रसार रोकने के लिए उपायों के तहत कुछ समय तक मेट्रो स्टेशनों पर टोकन उपलब्ध नहीं रहेंगे और स्मार्ट कार्ड के जरिए ही यात्रा की जा सकेगी।
दिल्ली मेट्रो दिल्ली-एनसीआर कवर करती है, लिहाजा वह किसी भी राज्य के किसी भी ऐसे स्टेशन को सेवाएं नहीं देगी जो कंटेनमेंट जोन में आते हों। इसकी जानकारी पाने के लिए दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश की राज्य सरकारों की वेबसाइट चेक करनी होंगी, जिन पर नियमित तौर पर ऐसे क्षेत्रों की जानकारी जारी की जाती है। यदि कोई स्टेशन कंटेनमेंट जोन में आता है तो मेट्रो स्टेशनों पर घोषणाओं के जरिए और सोशल मीडिया के जरिए भी इसकी सूचना दी जाएगी। हालांकि अधिकांश मेट्रो स्टेशन सड़कों पर हैं, लिहाजा उनके कंटेनमेंट जोन में आने की संभावना न के बराबर है।
मेट्रो के बंद कोच में कोरोनावायरस संक्रमण न फैले, लिहाजा ट्रेनों के एयर कंडीशनिंग सिस्टम में 100 प्रतिशत ताजी हवा लेने के लिए बदलाव किए गए हैं।
हर दिन के आखिर में जब ट्रेनें डिपो में वापस आएंगी तो उन्हें पूरी तरह से सैनिटाइज किया जाएगा और ट्रेनों में ताजी हवा अंदर जाए इसलिए टर्मिनल स्टेशनों पर ट्रेनों के गेट खुले रखे जाएंगे।
एसडीजे-एसकेपी
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